हालातो मे कुछ मजबूरी सी हो गयी। अब ख्वाहिशें भी अधूरी सी हो हयी। क्यो वक़्त ने बुरा बना दिया मुझको। जाने क्यो अपनो से दूरी सी हो गयीं। SHADAB AHMAD #Quotes #shayri #nojoto #event #india #poetry #writer's world india #biopic