कभी पेड़ की छांह में बैठो पंछियों की उड़ान को देखो बहके बहके से कहां तक पहुंच गए तुम कभी अपनी जड़ों में झांक कर देखो! © Anjali Jain जड़ों में १०.०६.२१ #Trees