सुनो साहिबा! Dedicating a #testimonial to Nishu Arora सुनो साहिबा ! योर कोट पर तुम सी कोई लड़की नहीं मिली जिसने शुरू से लेकर अंत तक मेरा इतना साथ दिया । मेरे आड़े टेढ़े सीधे उल्टे सभी कोट्स को पूरे मन से पढ़ा। कभी कभी तो मैं सोचती हूं की कोई कैसे इतना निश्छल बेहिसाब प्रेम दे सकता है वो भी मुझ जैसे इंसान को । पर वो तुम्हारी सबसे बड़ी खूबी है