आज भी थिरकती हूं मै पर अपनी धड़कनों को सुन नहीं पाती मै तुम्हारी बातों में अब भी आ जाती हूं मैं पर तुम्हारे हर झूठ को पहचानती हूं मै तुम्हारी हर ज़िद आज भी पूरी करती हूं मै क्योंकि तुम्हारे हैवानियत से डरती हूं मैं तुम्हारे प्यार पे आज भी ऐतबार करती मै अगर खुद से नफ़रत इतनी नहीं करती मैं तुम्हारी धुन में नहीं ये देखा सफ़र है कैसा सफ़र कहाँ का है। #तुम्हारीधुनमें #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi