यूँ पलके बिछा कर तेरा इंतज़ार करते है, यह वो गुनाह है जिसको हम बार बार करते है, पलके बिछा कर तेरा दीदार पाने को, हम सुबह और शाम बस तेरे मिलने का इंतजार करते है ।। " बीते लम्हें " #beetelamhein