भुला देना तुम बीता हुआ पल, जिस दिन भुला देना तुम बीता हुआ पल हम भी खुद को भूल जायेंगे । फिर जो गर भूले से आवाज़ भी दोगे हम सामने होकर भी नज़र नहीं आयेंगे ।। #ऐ_दोस्त_तुमने_मुझे_खो_दिया अपने गमों की वजह खुद में देख लेते थे हम उस रोज जब तेरी वजह रोये । रमते थे कुदरत के नूर में उस रोज जब आँसुओं में खुद को खोये ।। अपनी गलती कबूलने में कभी हिचक ना थी