हम रुकें क्यूं जब , खून-ए-रवानी नहीं रुकतीं । हम रुकें क्यूं जब , सांस-ए-तरंग नहीं रुकतीं । हम रुकें क्यूं जब , उम्र-ए-रफ्तार नहीं रुकतीं । हम रुकें क्यूं जब , ख़ुदा-ए-रहमत नहीं रुकतीं । हम रुकें क्यूं जब , परिवार-ए-मुहब्बत नहीं रुकतीं । ©Anuradha Sharma #unstoppable #clock #life #lessons #thoughts #urdu #acheive #yqquotes #Nojoto