pet day हा याद है मुझे वो बारिश की रात ,जब मैं रास्ते मे पड़ा था। भींग रहा था मैं, और शायद मौत के कगार पे था।। तब ना जाने कौन से भगवान के रूप में आए थे तुम। सीने से लगाके,अपने कोट को पहना के ,मुझे एक नई जिंदगी दिए थे तुम।। काश मर कर भी तुम्हारी एहसान ना चुका पाऊँ मैं। पर हर ज़िन्दगी तुम्हारा ही पालतू रहना चाहू मै।। कैसे भूलू ,जिसदिन मुझ जैसे जानवर को भी एक प्यारा सा कमरा दिया था तुमने। कैसे भूलू ,जिसदिन प्यार से कार में बैठा कर शहर का सैर कराया था तुमने।। शायद वो रात को मैं भूल ना पाऊंगा। तुमने जहा छोड़ा था मुझे ,शायद उस जगह को भी ना भूल पाऊंगा।। काश उस दिन बोल पाता मै,तुम्हारी हुई है accident काश ये बात राहगीर को समझा पाता मैं।। काश उस उस रात तुम्हें अपने गोद उठा पाता मैं,तो शायद तुम्हे हॉस्पिटल पहुँचा देता मै।। तुम्हारी महक आज भी है इस जमी मै,इसलीए छोड़ा नही अभी तक इसे मैं। लोग हर दिन पत्थर मार के भगाते है, पर फिर भी उस जगह से हिला नही हु मै।। काश तुम्हारी एहसान का बदला चुका पाता मैं। काश तुम्हारे साथ और दो पल निभा सकता मै।। #petday #pet #shortstory #story #hindi