Unsplash जितने दुश्मन हमारी जान के हैं उनमें आधे तो हमारे ही ख़ानदान के हैं। ✍️ ©Sarfaraj idrishi #Book जितने दुश्मन हमारी जान के हैं उनमें आधे तो ख़ानदान के हैं Islam Sarfraz Ahmad