वर्षों बाद, छोटी सी मुलाकात -------------------------- बरसों बाद एक बार फिर मिले थे हम आमने सामने। वो मुझे देख कर चौंकी जैसे दिखा उसे मैं ख्वाब में।। था मैं भी अचंभित कि आख़िर आज यह कैसे हुआ? ठंडी शीतल सी पवन की धारा ने तब आ मुझको छुआ।। दृश्य पुराने घूम गए फिर वो यादें पुरानी आईं। हम दोनों के चेहरे पर तब मुस्कान छटा थी छाई।। कहना चाहती थी कुछ वो खिड़की से उस रेल की। तभी मेरी रेल ने दिशा बदल दी हमारे पुराने प्रेम की।। थे बैठे हम दोनों रेल में सीट थी खिड़की वाली। उसकी रेल चली जयपुर को मेरी थी दिल्ली वाली।। शब्द उसके होठों पर रह गए रह गईं बातें होती होती। जीवन की रेल चलती है ऐसे कभी हँसती कभी रोती।। #लव #love #lovequotes #oldlove #firstlove #प्रेम #प्रेम_रचना वर्षों बाद, छोटी सी मुलाकात ------------------------------------ बरसों बाद एक बार फिर मिले थे हम आमने सामने। वो मुझे देख कर चौंकी जैसे दिखा उसे मैं ख्वाब में।।