ना वो कुछ कह सके थे,ना हम कुछ कह सके हैं फ़िलहाल अजनबी ही हम हैं और ख़ामोश हैं फिज़ाएं जाने किस राह चल पड़ा है,दिल भी हमारा देखो बेख़बर हैं वो हमसे,हाल-ए-दिल किसे सुनाएं ये दिल्लगी हमारी भारी है उनके दिल पर वो नज़रों से सब कह रहे हैं,क़ातिल तेरी अदाएं आंखोंं में पढ़ रहे हैं वो मेरी हर तमन्ना फरवरी का ये महीना और मुकम्मल मेरी दुआएं... फ़िलहाल तो नहीं... #फ़िलहाल #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi