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अस्तित्व मेरा अस्तित्व क्या तेरा नाम होने से है क

अस्तित्व

मेरा अस्तित्व क्या तेरा नाम होने से है
क्या मेरा अपना कोई अस्तित्व नहीं है
पति है तो मेरा सर्वस्व मेरा संसार है
नहीं तो क्या मेरा अपना कोई वजूद नही
क्या एक औरत का होना  उसके सुहाग से है
उसके सपनो का पति के नाम बिना कोई अस्तित्व नहीं है
क्या स्त्री का स्त्री होना अपने आप में कोई अर्थ नहीं है
पूछती है 'आदि' आज समाज से 
स्त्री का अस्तित्व उसके होने के एहसास से है

©aditi jain aditi jain
  #Astitva  Rao Sahab  Dr Madan Mohan Sharma
DR.MADAN MORADABADI शंकर पाल  Rajat bhardwaj पुष्प"