दीप जले आंगन में,दीप जले चहुं ओर, देखो खुशियां बरस रही है,भीग रहे सब लोग, है पकवाने मीठी तीखी,खाएंगे हम और, रंग बिरंगे कपड़े सबके,गलियों में है शोर, रखो शराफ़त दिल में अपने,चलो सच्चाई की ओर, दिल से मुबारक देते है,ना टूटे प्यार की डोर, "हरीश तन्हा" #हरीश तन्हा दीपावली Nehu❤