मौत कैसी होगी पता नहीं मगर इस खूूबसूरत दुनिया को देख लगता है वो इतनी भी हसीन नहीं होगी कि इसको लेने तुम सड़कों पर भटक रहे हो..... व्यक्त घर का है...सड़कों का नहीं