भँवर भी बिना डुबाये छोड़ मुझे,चला गया ये सोच कर साहिलों पर आयी लहरों ने ही इसको सताया बहुत है सारी उम्र मानते रहे जिसको अपना हम,मगर एहसास अब हुआ कि वो अपना तो कम है,मगर पराया बहुत है #varshit #truth#fact