प्रिय दीदी, लगता था जब आपकी शादी होगी , तो मुझसे ज्यादा तैयारी किसीकी नहीं होगी, लगता था तुम ससुराल जाओगी तो मुझे अपनी पुराणी ड्रेस देती जाओगी, पर, दीदी, आज तुम्हारी शादी तो है पर न उसकी याइय्यरी है और ना ही तुमसे मिलने वाली कोई ड्रेस, दीदी, रुक जाओ न मेरे साथ पकड़ लो माँ की तरह मेरा हाथ , जरुरी नहीं न हर जल्दी का फैसला सही हो , तो अपने पुराने रिश्ते को और वक़्त देदो ना........।।।। दीदी इतनी भी क्या जल्दी है कुछ देर और रुक जाओ ना....।😢😢😢😢