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मॉडर्न इश्क़ के सात मुकाम! दिल पर पत्थर रख कर पिछ

मॉडर्न इश्क़ के सात मुकाम!  दिल पर पत्थर रख कर पिछले 6 दिनों से चलने वाले इस #मॉडर्नइश्क़ नामक महा ग्रंथ को आज समाप्त करने का दिन आ गया है। इतना साथ और सपोर्ट देने के लिये सभी चाहने वालों का तहे दिल से शुक्रिया 🙏 ऐसे ही उत्साह भरते रहे अगर तो आगे और भी interesting रचनाएं लेकर आयेंगे हम। बहुत बकैती हो ली, अब मॉडर्न इश्क़ का सातवां और आखिरी मुकाम पढ़िए और सीखिये। 

7. मौत

जुनून वाला फेज जब अपने चरम पर होता है तब एक समय ऐसा आ जाता है कि एक दूसरे को झेलना तक मुश्किल हो जाता है। और आप बस यही सोचते रह जाते हैं कि ऐसा क्यूँ हो रहा है!? कहीं कोई गलती तो नहीं कर रहे आप ऐसा पार्टनर कन्फर्म कर के!? और इसी उधेङबून में आप अपने पार्टनर को कुछ ऐसा बोल बैठते हैं जिसकी वो उम्मीद नहीं कर सकता कभी। चलो, ब्रेक अप कर लेते हैं। हालाँकि आप ऐसा कभी बोलेंगे ऐसा आपने खुद भी कभी सोचा नहीं था, पर रोज रोज के झगड़ों और तानों से तंग आ कर ये भी आप बोल ही देते हैं। ये लाइन नर अथवा मादा किसी के भी मुह से आता सुनाई पड़ सकता है, और ऐसा सुन कर सुनने वाले को बैकग्राउंड में 'क्या से क्या हो गया, बेवफ़ा तेरे प्यार में' या फिर 'अच्छा सिला दिया तूने मेरे प्यार का' टाइप के गाने सुनाई देने लग पड़ते हैं। दिल पर पत्थर रख कर छोटा सा 'हम्म' आता है और कहानी करीब करीब खत्म जान पड़ती है। पूरे चौबीस से अड़तालीस घंटों तक इस प्रेमी जोड़े के बीच वाद-विवाद तथा सम्वाद पूरी तरह से बंद हुआ रहता है। ये अड़तालीस घंटे बहुते ज्यादा महत्तवपूर्ण होते हैं। कहानी का अंत इसी अड़तालीस घंटों पे निर्भर करता है। इस समय अगर ब्रेक-अप वाली बात करने वाले को सच्चा प्यार समझ में आ जाये तो ये किस्सा कहानी में तब्दील हो जाता है, अन्यथा ये किस्सा किस्सा ही बन कर रह जाता है। नर और मादा के बीच ब्रेक-अप होने पर रिश्ते का अंत हो जाता है और अगर दोनों का बियाह हो जाये तो नर की खुशियों का (obvious सी बात है , अंत तो पुरुष की आजादी और खुशियों का ही होगा ना ) इसी अंत को हमारे मॉडर्न इश्क़ में मौत का नाम दिया गया है। हमारी सलाह यही रहेगी की किस्से को कहानी में तब्दील करने की प्रैक्टिस करें, वो भी सिर्फ एक के साथ। कहीं ऐसा ना हो की प्रैक्टिस के नाम पर आप कई किस्से बना बैठें। 

इतनी दूर मेरे साथ आने के लिये आप सबका सप्रेम धन्यवाद।
मॉडर्न इश्क़ के सात मुकाम!  दिल पर पत्थर रख कर पिछले 6 दिनों से चलने वाले इस #मॉडर्नइश्क़ नामक महा ग्रंथ को आज समाप्त करने का दिन आ गया है। इतना साथ और सपोर्ट देने के लिये सभी चाहने वालों का तहे दिल से शुक्रिया 🙏 ऐसे ही उत्साह भरते रहे अगर तो आगे और भी interesting रचनाएं लेकर आयेंगे हम। बहुत बकैती हो ली, अब मॉडर्न इश्क़ का सातवां और आखिरी मुकाम पढ़िए और सीखिये। 

7. मौत

जुनून वाला फेज जब अपने चरम पर होता है तब एक समय ऐसा आ जाता है कि एक दूसरे को झेलना तक मुश्किल हो जाता है। और आप बस यही सोचते रह जाते हैं कि ऐसा क्यूँ हो रहा है!? कहीं कोई गलती तो नहीं कर रहे आप ऐसा पार्टनर कन्फर्म कर के!? और इसी उधेङबून में आप अपने पार्टनर को कुछ ऐसा बोल बैठते हैं जिसकी वो उम्मीद नहीं कर सकता कभी। चलो, ब्रेक अप कर लेते हैं। हालाँकि आप ऐसा कभी बोलेंगे ऐसा आपने खुद भी कभी सोचा नहीं था, पर रोज रोज के झगड़ों और तानों से तंग आ कर ये भी आप बोल ही देते हैं। ये लाइन नर अथवा मादा किसी के भी मुह से आता सुनाई पड़ सकता है, और ऐसा सुन कर सुनने वाले को बैकग्राउंड में 'क्या से क्या हो गया, बेवफ़ा तेरे प्यार में' या फिर 'अच्छा सिला दिया तूने मेरे प्यार का' टाइप के गाने सुनाई देने लग पड़ते हैं। दिल पर पत्थर रख कर छोटा सा 'हम्म' आता है और कहानी करीब करीब खत्म जान पड़ती है। पूरे चौबीस से अड़तालीस घंटों तक इस प्रेमी जोड़े के बीच वाद-विवाद तथा सम्वाद पूरी तरह से बंद हुआ रहता है। ये अड़तालीस घंटे बहुते ज्यादा महत्तवपूर्ण होते हैं। कहानी का अंत इसी अड़तालीस घंटों पे निर्भर करता है। इस समय अगर ब्रेक-अप वाली बात करने वाले को सच्चा प्यार समझ में आ जाये तो ये किस्सा कहानी में तब्दील हो जाता है, अन्यथा ये किस्सा किस्सा ही बन कर रह जाता है। नर और मादा के बीच ब्रेक-अप होने पर रिश्ते का अंत हो जाता है और अगर दोनों का बियाह हो जाये तो नर की खुशियों का (obvious सी बात है , अंत तो पुरुष की आजादी और खुशियों का ही होगा ना ) इसी अंत को हमारे मॉडर्न इश्क़ में मौत का नाम दिया गया है। हमारी सलाह यही रहेगी की किस्से को कहानी में तब्दील करने की प्रैक्टिस करें, वो भी सिर्फ एक के साथ। कहीं ऐसा ना हो की प्रैक्टिस के नाम पर आप कई किस्से बना बैठें। 

इतनी दूर मेरे साथ आने के लिये आप सबका सप्रेम धन्यवाद।

दिल पर पत्थर रख कर पिछले 6 दिनों से चलने वाले इस #मॉडर्नइश्क़ नामक महा ग्रंथ को आज समाप्त करने का दिन आ गया है। इतना साथ और सपोर्ट देने के लिये सभी चाहने वालों का तहे दिल से शुक्रिया 🙏 ऐसे ही उत्साह भरते रहे अगर तो आगे और भी interesting रचनाएं लेकर आयेंगे हम। बहुत बकैती हो ली, अब मॉडर्न इश्क़ का सातवां और आखिरी मुकाम पढ़िए और सीखिये। 7. मौत जुनून वाला फेज जब अपने चरम पर होता है तब एक समय ऐसा आ जाता है कि एक दूसरे को झेलना तक मुश्किल हो जाता है। और आप बस यही सोचते रह जाते हैं कि ऐसा क्यूँ हो रहा है!? कहीं कोई गलती तो नहीं कर रहे आप ऐसा पार्टनर कन्फर्म कर के!? और इसी उधेङबून में आप अपने पार्टनर को कुछ ऐसा बोल बैठते हैं जिसकी वो उम्मीद नहीं कर सकता कभी। चलो, ब्रेक अप कर लेते हैं। हालाँकि आप ऐसा कभी बोलेंगे ऐसा आपने खुद भी कभी सोचा नहीं था, पर रोज रोज के झगड़ों और तानों से तंग आ कर ये भी आप बोल ही देते हैं। ये लाइन नर अथवा मादा किसी के भी मुह से आता सुनाई पड़ सकता है, और ऐसा सुन कर सुनने वाले को बैकग्राउंड में 'क्या से क्या हो गया, बेवफ़ा तेरे प्यार में' या फिर 'अच्छा सिला दिया तूने मेरे प्यार का' टाइप के गाने सुनाई देने लग पड़ते हैं। दिल पर पत्थर रख कर छोटा सा 'हम्म' आता है और कहानी करीब करीब खत्म जान पड़ती है। पूरे चौबीस से अड़तालीस घंटों तक इस प्रेमी जोड़े के बीच वाद-विवाद तथा सम्वाद पूरी तरह से बंद हुआ रहता है। ये अड़तालीस घंटे बहुते ज्यादा महत्तवपूर्ण होते हैं। कहानी का अंत इसी अड़तालीस घंटों पे निर्भर करता है। इस समय अगर ब्रेक-अप वाली बात करने वाले को सच्चा प्यार समझ में आ जाये तो ये किस्सा कहानी में तब्दील हो जाता है, अन्यथा ये किस्सा किस्सा ही बन कर रह जाता है। नर और मादा के बीच ब्रेक-अप होने पर रिश्ते का अंत हो जाता है और अगर दोनों का बियाह हो जाये तो नर की खुशियों का (obvious सी बात है , अंत तो पुरुष की आजादी और खुशियों का ही होगा ना ) इसी अंत को हमारे मॉडर्न इश्क़ में मौत का नाम दिया गया है। हमारी सलाह यही रहेगी की किस्से को कहानी में तब्दील करने की प्रैक्टिस करें, वो भी सिर्फ एक के साथ। कहीं ऐसा ना हो की प्रैक्टिस के नाम पर आप कई किस्से बना बैठें। इतनी दूर मेरे साथ आने के लिये आप सबका सप्रेम धन्यवाद। #yqbaba #yqdidi #yqtales #yqdada #yqhindi #yqlove #मलंग