सूख और दुख ऑनलाइन छापने लगे हैं दर्द की गहराई लाइक और शेयर से मापने लगे हैं,, दिल के जज्बातों को सब्दो के खूबसूरती से तौलते हैं कुछ लोग आह लिखने पर भी वाह वाह बोलते हैं,, हम खुद के लिए लिखते हैं हमे नाम नहीं चाहिए दिल के जज्बातों को नीलाम करके कोई मुकाम नहीं चाहिए,, कुछ लोग कहते हैं तुम्हे समझ ना पाए हम गणित के सवाल नहीं है जो दो-तीन फार्मूले लगाकर समझ जाओगे कहानी हमारी मत पूछो हम उलझे हुए हैं तुम भी उलझ जाओगे 🙏🙏🙏🙏🙏 #nothing_to_say 🤐🤐🤐