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शमशान का दरवाजा खटखटाती हूँ, मौत को बार बार मांगत

शमशान का दरवाजा खटखटाती हूँ, 
मौत को बार बार मांगती हूँ।
क्या है इससे बुरा ,अब में डर के मारे, 
दरवाजे के पीछे छुप जाती हूँ।

©jyoti rashmi ntl
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written on 13 sep on 11:32pm

#sadquotes written on 13 sep on 11:32pm #Thoughts

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