हो गया हूं मैं खुशनसीब, तुमने जो समझा है मुझे अपने करीब।। मिलता रहे यूं ही आपका प्यार, हो जाएगा मजबूत हमारी दोस्ती का आधार। दुआ तो कभी हमने भी कोई मांगी होगी, जो खुदा ने तुमसे मिलाकर अब पूरी की होगी। कुर्बानी नही जीवन की मुझे चाहिए, बस न कभी छूटे बस वो साथ चाहिए। भुलाते तो हम कभी किसी को नहीं, पर साथ हमारा निभाता भी नही कोई। जो भी मन मे है दिया सपाट है बोल, अब हृदय के कपाट तुम्हारे लिए दिए हैं खोल। 'धीर' की तुमसे बस यही है आस, रखना हम पर तुम पूरा विश्वास। हृदय को नोचता न तुम कभी हमे पाओगे, हर कदम पर साथ अपने खड़ा पाओगे। 'धीर' न तोड़ेंगे कभी दोस्ती तुम्हारी, निभाना है तुम्हारी भी जिम्मेदारी। ©Dheer #दोस्ती #Friend #Friendship #hindipoetry #hindikavita #dheer #dheerquotes #Nojoto #holdmyhand