मैं शायद हूँ तुम यकीन हो मैं बारिश हूँ तुम कच्ची जमीन हो दिल नाज़ुक है चोट तुम हसीन हो दर्द मीठा है पानी तुम नमकीन हो रात गहरी है सपना तुम रंगीन हो हवा बहुत तेज है चादर तुम महीन हो बेरूखी बहुत सख़्त है चाहत तुम ज़हीन हो राहत की दरकार है दवा तुम आफ़रीन हो... © abhishek trehan #शायद #यकीन #बारिश #आफ़रीन #yqdidi #कोराकाग़ज़ #yqaestheticthoughts #yqrestzone