*मैं चाहता हूं तुम मेरे शब्दो में छुपे स्वयं के प्रति प्रेम को अनुभव करो,*🩵 *मैं लिखता हूं तुम्हारे लिए और मेरे हर शब्द में मात्र तुम्हारा ही ज़िक्र होता है,* 💔 *तुम हो तो मेरी लेखनी प्रेम पर है जो तुम न रही तो विरह वेदना लिखूंगा! * *परन्तु हर शब्द में तुम ही रहोगी....!❣️* ©KRISHNA #BadhtiZindagi