माँ बाप की पहचान थी वो , मासूम सी जान थी वो! छोटीसी गुलाब की कली थी वो, जो उमलने ही वाली थी अब. इज्जत उसकी लूट गए थे, सपने उसके टूट गए थे. दुनियाने हमे गुन्हेगार कहा था, पर माफी के लायक वो ना था. कलंक का डाग मुझपे था, और गुन्हेगार कोई और था. सजा मुझे मिली, लेकिन हक्कदार कोई और था. नजर मेरी झुकी थी, लेकिन शर्म उसे आनि चाहिए थी. छोटे कपडे मेरी गलती कही, पर नजर उसकी साफ कहलाई. उसकी इज्जत इज्जत है, पर मेरी इज्जत पैरो की जुती है. #nojoto #nojotohindi #rape #followeme #supportme #plzzzlike #kalnk #gussa