प्रकृति से जुड़ा देखता हूँ , खुद को जानता हूँ, निःस्वार्थ मानवता की विकास के लिए अथार्त कार्य करता हूँ, बाहरी दुनिया से आंतरिक दुनिया को देखता हूँ वास्विकता और काल्पनिक समझता हूँ अगर स्वयं से प्यार करता हूं तब ही मानवता से प्रेम कर सकता हूँ फिर मैं स्वतंत्र महसूस करता हूं _prakash uikey #moonlight #puuniquethoughts22 #puquote20