मुक्कदर का लिखा बदलता हुआ देखा है। मोहब्बत मे पत्थर को पिंघलते हुऐ देखा है। कुछ ईस तरह ख्वाहिशों मे बस गऐ हो तुम। के बाकी ख्वाहिशों को मुझ पर बरसते हुऐ देखा है। #FirstQuate #Shayari #mohabatein