Nojoto: Largest Storytelling Platform

जिस तरह से चाहूँ पढ़ लूं.... अहसास भी नही था सच का

जिस तरह से चाहूँ पढ़ लूं....

अहसास भी नही था सच का
कुछ और भी रूप है
मैने सोचा भी नही 
हकीकत किसी और तरीके से मेरे सामने
आएगी
प्यार मोहब्बत इश्क़ 
अभी अभी तो मैंने जाना इसके अहसास को
अभी तो जिया भी नही इसमे
अभी तो बहुत से सपने बाकी है...



Sadhna Som.... story ....part 12
जिस तरह से चाहूँ पढ़ लूं....

अहसास भी नही था सच का
कुछ और भी रूप है
मैने सोचा भी नही 
हकीकत किसी और तरीके से मेरे सामने
आएगी
प्यार मोहब्बत इश्क़ 
अभी अभी तो मैंने जाना इसके अहसास को
अभी तो जिया भी नही इसमे
अभी तो बहुत से सपने बाकी है...



Sadhna Som.... story ....part 12