सम्मान हत्या मैं न चाहूं हद से ज्यादा प्यार किसी का, उतना ही सही जो मुझे जीने दे, अपने खयालों के पिंजरे में बंद न करना, आज़ाद पंछी बन उड़ने दे।।— % & #rztask260 #restzone #rzलेखकसमूह