White धुआं धुआं है ज़िंदगी सपने खाक हो चले हैं अपने वज़ूद को तलाशते हम ज़िंदा लाश हो चले हैं ढूंढ रहा हूं जैसे मैं ख़ुद को ख़ुद की परछाई में ज़िस्म और रूह भटक रहे हैं एक अंतहीन तन्हाई में, हम ही प्यासी धरती हैं और हम ही आकाश हो चले हैं अपने वज़ूद को तलाशते हम ज़िंदा लाश हो चले हैं नज़रें मंज़िल पर लगाए हुए हम बेखबर से फिरते हैं कभी गिरकर उठ जाते हैं तो कभी चलते चलते गिरते हैं हम दीवाने हैं हमें यह होश कहां कि पैर लहूलुहान हो चले हैं अपने वज़ूद को तलाशते हम ज़िंदा लाश हो चले हैं ©Gagan Reuben #GoodMorning