कभी कभी इंसान ना टूटता है ना बिखरता है बस थक जाता है कभी खुद से कभी किस्मत से तो कभी अपनो से.. कभी कभी इंसान ना टूटता है ना बिखरता है बस थक जाता है कभी खुद से कभी किस्मत से तो कभी अपनो से..