उठा कर तलवार जब घोड़े पे सवार होते बाँध के साफ़ा जब तैयार होते देखती है दुनिया छत पे चढ़के कहते है की काश हम भी ऐसे होशियार होते उठा कर तलवार जब घोड़े पे सवार होते बाँध के साफ़ा जब तैयार होते