कोई थाम तो न पाया, मग़र, इन लम्हों संग, साथ चल तो सकते है, तुम कदम तो बढ़ाओ ज़रा, देखना कैसे कारवां बनते है, करोगे लम्हें कैद ज़िन्दगी के, ज़िन्दगी हर लम्हें में बनती है... नमस्कार लेखकों।😊 हमारे #rzhindi पोस्ट पर Collab करें और अपने शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें । इस पोस्ट को हाईलाईट और शेयर करना न भूलें!😍 हमारे पिन किये गए पोस्ट को ज़रूर पढ़ें🥳