रोज़ कुछ नया कहते जाते हैं कभी जज़्बात कभी हालात कभी आरज़ू सुना चले जाते हैं इसी उम्मीद में शायद ज़िंदगी तक बात पहुंच जाएगी वो अधूरी तस्वीर फिर पूरी हो जायेगी... सुप्रभात। ज़िन्दगी के साथ बहते जाते हैं ज़िन्दगी का साथ हम निभाते हैं... #ज़िन्दगीकेसाथ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi