Nojoto: Largest Storytelling Platform

यादों के पन्नों में कौन सा अतीत देखती हूं गुजरे

यादों के पन्नों में कौन सा
 अतीत देखती हूं 
गुजरे हुए पलो का फिर से
 सपना देखती हूं
चले जाएंगे एक दिन
सारे पर्दे उठने से पहले
तेरे गजलें ए गीतों से
ओर अपनी ............ से
............... llllllllllllllllllll

©वंदना ....
  #तेरी दुनिया से दूर...☺️

#तेरी दुनिया से दूर...☺️ #कविता

1,853 Views