बदलते वक्त के साथ, सब कुछ बदल गया बस नही बदला, मेरा तेरा हो जाना तेरी फिक्र करना, तुझमें गुम हो जाना सपनों में तुझे, तकलीफ में देखु तो बैचेनी से भर जाता हूं कोशिश करता हूं तेरा हाल जानने कि पर खुद से हिम्मत हार जाता हूँ क्या सच में सब बदल गया ? ©@priski_prince"saksh" #writer witness of universal