"शौक नहीं था हमें लिखने का,मगर हालतों ने लिखना सिखा दिया, ख़ुशी हो या ग़म हर चीज़ को शब्दों में पिरो न सिखा दिया,,, अब तो हम हर जख़्म की दवा भी ख़ुद कर लेते है न कोई सुनने वाला हमें तो आजकल हम अपनी क़लम से ही बात कर लिया करते है,इस दुनियां में आये है तो मुस्कान के साथ-साथ आँसू भी आयेंगे कुछ लम्हें प्यार के तो कुछ गिले-शिक़वे भी हमको ज़रूर याद आएंगे ये ज़िंदगी का फ़साना है साहब,,, वक़्त हरवक़्त सफ़र करता रहता है अपनी गति से चलता रहता है तुम निराश न हो इस ज़िंदगी में क्यूंकि वक़्त हर किसी का बदलता रहता है,, ◆zindagi gulzaar hai◆ 【भावना सोनी】 #zindagigulzaarhai #happybirthdaygulzar