मुझें तेरे आने का इंतेज़ार रहा, उम्र भर मुझें न क़रार रहा। तुझ बिन धूप गमों की रहीं, साथ मेरे कोई साया दार रहा। पाने तुझें दर-ब-दर भटक रहा, इसके सिवा न कोई रोज़गार रहा। शीशे में देख सदा मुस्कुराता रहा, मग़र दिल में दर्द का ग़ुबार रहा। तेरी यादों की हवा में रफ़्तार रही, के ख़ुद पर न फ़िर इख़्तियार रहा। तुझसे मिलने को दिल बे-क़रार रहा, तुझसे मिल के भी ये बे-क़रार रहा। -rohitupadhye #तेरा_इंतेज़ार #rohitupadhye