अब ज़िन्दगी से वफ़ा निभाएं तो निभाएं कैसे, अब मोहब्बत जो हमें मौत से हो गया है.! चोट जो दिल पे लगी दिल ज़ख़्मी हो गया है, ज़ख्म दिखाए तो दिखाएं कैसे ज़ख़्म अब नासूर बन गया है.! वो आए ज़िन्दगी में संग अपने खुशियों का संदूक लाया है, खुला जो संदूक उनका देखो मातम पसर गया है.! हाल-ए-दिल पूछता नहीं क्योंकि अब वो दूर हो गया है, मेरे और लोगों के बीच अब खामोशी और दूरियों का एक दीवार बन गया है. !! हाँ एक दीवार बन गया है..!!! ©Khamosh Zindagi अब #ज़िन्दगी से वफ़ा निभाएं तो निभाएं कैसे, अब #मोहब्बत जो हमें #मौत से हो गया है.! चोट जो #दिल पे लगी दिल ज़ख़्मी हो गया है, ज़ख्म दिखाए तो दिखाएं कैसे