जब था अकेला...जब साथ ना था कोई मेरे.... तब खुद ने ही खुद का सहारा दिया था..... ना किसी से शिकवा था ना किसी से गिला..... मानो खुद के भरोसे मै़ दुनिया पर राज करता था..... आज कोई छोड के क्या चला गया.... मैं खुद को सहारा ना दे सका... कैसा खुदगर्ज हु मैं .... खुद को ही अकेला छोड गया मैं..... दुनिया में खुद से बेहतर सहारा नही.... ना कोई दोस्त है.... क्यो़की खुद से ज्यादा खुद कोई पहचनता नही है..... ना कोई समझ सकता है.... हर कोई साथ छोड देता है... गलतीयो़ पर ताने देता है.... माफ तो घरवाले भी नही करते..... अगर करे उन्ह के खिलाफ कुछ.... बस एक खुद ही जो... हर वक्त हमारे साथ है..... वरना सासे भी परायी है... क्या मानो कब साथ छोड दे.... इसलीए खुद की कदर करो... खुद से प्यार करो...... जियो खुद के लिए .... और मरो भी खुद के लिए..... #My_first_post