((( भूला जाना ))) 🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀 कुछ इस तरह से मैं भी बदल गई जैसे सारे मंज़र तुम्हे दिख रहा था मैं तो प्यासी वहीं खड़ी थी लेकिन दरिया का किनारा ढका रहा