Written by Harshita Dawar ✍️✍️ #Jazzbaat अज़ीज़। किसी अज़ीज़ का खास दिन है। हम है भी और नहीं भी है। पास है पर दूर भी। दिल की मलकीयत के ताज पहने ये एहसास से भरे रिश्ते। दिल के करीब भी है बहुत दूर भी। कितनी बायानियत किए मग्रूर मसरूफ से ये रिश्ते। बेपना बेपरवाह से रिश्ते। ना खून का ना किसी और के रिश्ते। बस कुछ जैजबा तो के कुछ दिलो के रिश्ते। कुछ अज़ीज़ कुछ दिल के करीब है ये रिश्ते।। Written by Harshita Dawar ✍️✍️ #Jazzbaat# #yqdidi #yqbaba#SHEROSOriginals अज़ीज़। किसी अज़ीज़ का खास दिन है। हम है भी और नहीं भी है। पास है पर दूर भी। दिल की मलकीयत के ताज पहने ये एहसास से भरे रिश्ते। दिल के करीब भी है बहुत दूर भी।