ज़ख्म दिए हैं उन्होंने इतने गहरे की रोज़ कागज़ कलम लिए सिलता हु मोहब्बत तो की नहीं किसी ने भी शायर हूं ..मीठे दर्द लिए लिखता हूं ....one_sided_lover zakham