वक़्त अभी कुछ मुश्किल में हैं हारा नहीं हुँ में... arun की प्यास बड़ी हैं, कही मिलता दरिया नहीं हैं... कब्र में भी जन्नत बना सकता हुँ में मुश्किल हैं अभी मरा नहीं हुँ में.... arun✍️... जन्नत#arun# Ms.(P.✍️Gurjar) //diksha// अमित साहू