उस बाप का दर्द तुम क्या समझोगे, जिस बाप के बच्चे भूखे है तड़प रहे है जो रोटी को, और प्यास से होठ भी सूखे है। उस बाप का दर्द तुम क्या समझोगे, जिस बाप के बच्चे भूखे है। तड़प रहे है जो रोटी को, और प्यास से होठ भी सूखे है।