मेरी जिंदगी खुली किताब है जो भी किया मर्यादा में किया। बाकी का जीवन भी प्रभु की दया से अच्छा बीत जाय यही प्रार्थना है। हे विघ्नहर्ता जीवन को गतिशील बनाये रखना।