तेरे ये गुलाबी होठो की हंसी ना जाने मुझ पर कैसा ये जादु कर जाती हैं जब होता हु बेकाबु यार दिल से तो मेरे इस दिल पर भी ये काबु कर जाती हैं हिमान्शु दिल की राहत