Nojoto: Largest Storytelling Platform

हम सब मरे हुए लोग हैं कंधों पर नहीं खुद पैरों पर ढ

हम सब मरे हुए लोग हैं
कंधों पर नहीं खुद पैरों पर
ढो रहे हैं अपना जिस्म और
 तलाश रहे हैं एक अदद श्मशान

संवेदनहीनता से भरे बड़े बड़े जंगलों
में हम रोज मरते हैं मशीनों की तरह
किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता
आख़िर पड़े भी तो क्यों?

हमने छोड़ दी अपनी मानवता
अब नहीं बहते आंसू आंखों से
नहीं होता दर्द, किसी के तड़पने पर
अभागे लोग शायद ऐसे ही होते हैं

©ABRAR 
  हम सब मरे हुए लोग...
aabha Niaa_choubey Khushi Saini
nojotouser4612473085

ABRAR

Silver Star
Growing Creator

हम सब मरे हुए लोग... aabha @Niaa_choubey @Khushi Saini #Shayari

3,370 Views