उसका चेहरा मेरे सीने में धंसा हुआ था, वो रोए जा रही थी। अचानक से चुप हुई और कहा “ऋषि! तुम मेरे हो, बस मेरे। जान लें लूंगी, अगर तुमने किसी और की तरफ देखा भी तो।” मै जब तक समझ पाता, उसका चेहरा फिर से मेरे सीने में धंसा हुआ था। इस बार वो मुस्कुरा रही थी और मै हार गया था, शायद! प्रेम विचित्र होता है, किसी ने नेपथ्य से कहा! #yqdidi #yqrishi Photo Source : Thanks to João Silas for sharing their work on Unsplash.