तुम्हारा दिल, धड़कन और तुम बस मेरे हो और मेरे ही बन कर रहना, जीवन की हर ऊँची-नीची डगर पर सदा मेरे साथ - साथ ही चलना। फूल हूँ मैं खुशबू हो तुम अपनी खुशबू से मेरा जीवन महकाते रहना, दीपक हूँ मैं ज्योति हो तुम अपनी रोशनी से सदा राह दिखाते रहना। तुम्हारे साथ रहने से पतझड़ बसंत बन जाता है और हर लम्हा मुस्कुराता है, मौसम तो हमेशा ही बदलते रहते हैं बदलते मौसम संग तुम ना बदल जाना। ♥️ Challenge-613 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।