कितने नीच और कितने गन्दे सियासी होंगें वो माँ-बाप जो अपने फायदे के लिये बेटी की इज़्ज़त को भी दाँव पर लगा दें बेटी के घर पर सियासत करने वाले वालिदैन ओ ज़ालिम हुक्मरानों नबी की शान है बेटी ..... .....।।। .....। .....