ऊँच-नीच का भेद न माने, ऊंच नीच का भेद ना जाने,अपना सा वो सब को माने! दुनियां के सब भेद वो जाने!पारस उसको सब कोई माने!हर दर्द का मर्ज वो जाने,दिल का सगी मन का बेली!कहते है उसे "प्रेम"दिवाने !